इत्तेफ़ाक से अगर, ब्रेनडेथ हो जाएं,
वेंटिलेटर न करना बंद।
एक कविता का वादा है,
मिलेगी मुझ को।
मौत तू एक कविता है।
पथ है नया,
कविता हो अपने संग।
मेरे नयनों का वादा है,
रोशनी दें अंधी आँखों को।
मौत तू एक कविता है।
जलेज़ख्म को मिल जाएं,
मेरी त्वचा का शितल बंध।
मेरे तन का वादा है,
अंग मिले मरीजोंकों।
मौत तू एक कविता है।
ग़लतियों को वे जला दें,
मेरे अंगोकों जलने न दें।
मेरे अपनों का वादा है,
हँसते अलविदा कहें मुझ को।
मौत तू एक कविता है।
आपटेकाका